मोतिहारी : महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के वनस्पति विभाग द्वारा चाणक्य परिसर स्थित विश्व पर्यावरण दिवस के विशेष अवसर पर डॉ शहाना मजूमदार तथा डॉ अतुल भार्गव द्वारा वृक्षारोपण अभियान का आयोजन हुआ.
प्रो. प्रणवीर सिंह ने कहा कि आज के बढ़ते प्रदूषण और बिगड़ती लाइफस्टाइल के समय में लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है. पर्यावरण दिवस के बहाने ही सही इस बेहद संवेदनशील और जरुरी मुद्दे की ओर लोगों का ध्यान खींचा जाता है. हमें पर्यावरण की रक्षा और पुनर्स्थापना करने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है ताकि हम जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित कर सके और उसके अनुकूल ढल सकें. प्रकृति की सुरक्षा से हम सुरक्षित रहेंगे. उन्होंने कहा कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस का मुख्य विषय ‘भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सुखा सहनशीलता’ पर समाज में संदेश प्रसारित करना है, हमें सम्मान एवं पालन करनी चाहिए.
डॉ शहाना मजूमदार ने कहा कि हम तेजी से ऐसी दिशा में बढ़ रहे हैं जहां से पृथ्वी के लिए वापस लौट पाना संभव नहीं होगा. हम इस पारिस्थितिक को नष्ट करते जा रहे हैं जो हमारे समाज का आधार है. उन्होंने आगाह किया कि ऐसा करते हुए हम अपने अस्तित्व के लिए आवश्यक भोजन, जल एवं संसाधनों से स्वयं को वंचित करने का खतरा मोल ले रहे हैं. भाग्यवश यह धरती सहनशील है लेकिन उसे हमारी मदद की आवश्यकता है. अब भी समय है कि हमने जो प्रकृति को नुकसान पहुँचाया है, उसकी भरपाई कर दें.
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए डॉ अतुल भार्गव ने बताया कि आज प्रकृति के क्षरण से 3.2 अरब लोगों यानी मानव समुदाय के 40% हिस्से के कल्याण को चोट पहुंच रही है. अतः अभी से ही हमें प्लास्टिक के उत्पाद तथा प्रदूषण नियंत्रण की रोकथाम पर ध्यान देनी चाहिए ताकि हम अपने अनमोल प्रकृति को हानिकारक परिणामों से बचा सकें.
इस अवसर को रोचक एवं यादगार बनाने के लिए प्रो. प्रणवीर सिंह, डीन, स्कूल ऑफ लाइफ साइंस द्वारा पौधे वितरित किए गए. आयोजन की समाप्ति वृक्षारोपण तथा पौध वितरित करके की गई.