कहीं यह अराजकता भारी न पड़ जाएं
Bangladesh: बांग्लादेश के बुद्धिजीवियों की चुप्पी एक अराजक समाज की सृष्टि में मौन सहभागिता के रूप में देखी जा सकती है. यदि यह उपद्रव मात्र 8% हिंदू आबादी को केन्द्रित कर रची गई है, तो मानवता के लिए एक ऐतिहासिक कलंककारी घटना सिद्ध होगी.
Read moreबांग्लादेशी प्रधानमंत्री कार्यालय में लूट
Bangladesh: बांग्ला भाषी बांग्लादेश का जब निर्माण हुआ तब वहां की जनसंख्या अनुपात और वर्तमान में जनसंख्या के अनुपात में काफी परिवर्तन देखने को मिला है.
Read moreएक देश एक चुनाव, कितना जरूरी
One Nation One Election: एक देश एक चुनाव के पक्ष में तर्क यह है कि चुनाव कराना एक महंगा काम है.
Read morePress Freedom Day: लोकतंत्र का चौथा स्तंभ अपने स्वतंत्र दिवस का लाभ लेते हुए चलती हुई कलम से एक कॉलम
Press Freedom Day: आज भी दुनियाभर के देशों में शक्तिशाली संस्थाओं और सरकारों के दवाब में ख़बरों को दबाया जाता है, पत्रकारों को जान से मरने की कोशिश की जाती है तो कही मार ही दिया जाता है.
Read moreLok Sabha Election 2024: सस्पेंस का हुआ समापन अमेठी से केएल शर्मा तो रायबरेली से मैदान में उतरेंगे राहुल गांधी
2019 का चुनाव हरने के बाद वायनाड से सांसद रहे राहुल गाँधी ने अमेठी की जगह वायनाड और रायबरेली से इस बार चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
Read moreLabour Day: अच्छा इस कारण से मनाया जाता है मजदूर दिवस, वजह जान चौंक जाएंगे आप…
Labour Day: वास्तव में मजदूर दिवस पहली बार 1889 में मनाने का निर्णय लिया गया, जबकि इसकी शुरुआत 1886 से ही हो गई थी.
Read moreLok Sabha Election 2024: गठबंधन की राजनीति और उसका महत्व
भारत में गठबंधन सरकार की पृष्ठभूमि पर गौर करें तो 80 के दशक से भारत में गठबंधन की राजनीति की मजबूती से शुरुआत होती है.
Read morePolitical Metrics’ Accurate Forecasting Shines in Telangana Assembly Elections 2023
Viewsmorrow | New Delhi Political Metrics, a distinguished Political Strategy Consulting firm, has showcased remarkable precision in predicting the outcomes of the Telangana Assembly Elections 2023 through their detailed Exit…
Read moreNEP 2020: Internationalization of Higher Education
Viewsmorrow | NEP2020 Prof. Asheesh Srivastava (Dean, School of Education, MGCUB) In the report of University Education Commission (1948-49) Dr. Sarvepalli Radhakrishnan wrote, ‘Universities as the makers of the future…
Read more